टीम इंडिया में वापसी करना चाहता हूं… DPL 2025 का खिताब जीतने के बाद नितीश राणा ने बताई अपनी ख्वाहिश 

टीम इंडिया में वापसी करना चाहता हूं… DPL 2025 का खिताब जीतने के बाद नितीश राणा ने बताई अपनी ख्वाहिश 

Nitish Rana want to Comeback for Team India: तीन दिन में तीन लगातार नॉकआउट (एलिमिनेटर, क्वालीफायर 2 और फाइनल) में नितीश राणा ने 134*, 45* और 79* रनों की धमाकेदार पारी खेली और हर बार नाबाद रहे। उन्‍होंने 198.4 के स्ट्राइक रेट से कुल 258 रन बनाए। तीनों मैचों में उनकी टीम वेस्‍ट दिल्‍ली लायंस ने मुश्किल लक्ष्यों का पीछा किया। एक समय पॉइंट्स टेबल में सबसे निचले पायदान पर चली रही उनकी टीम ने ऐसी लय पकड़ी की खिताब जीतकर ही दम लिया। एलिमिनेटर में जहां उनका विवाद हुआ तो उसी में उन्‍होंने 200+ के रन चेज में 134* रनों की पारी खेली। इस पारी को राणा ने खुद अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ टी20 पारी बताया है।

2 साल बाद शानदार घर वापसी

दो उथल-पुथल भरे सालों के बाद नितीश राणा घर (दिल्‍ली) लौट आए हैं। वह बेहतर अवसरों की तलाश में उत्तर प्रदेश चले गए थे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अब डीडीसीए की मदद और मन बदलने के बाद वह अरुण जेटली स्टेडियम लौटे और क्या शानदार वापसी की है। उन्‍होंने अपनी बल्‍लेबाजी से सबको अपना मुरीद बना लिया है। बता दें कि नितीश राणा ने अब तक भारत के लिए एक वनडे और दो टी20 मैच खेले हैं। वनडे में उन्‍होंने महज 7 रन तो टी20 इंटरनेशनल में सिर्फ 15 रन बनाए। उन्‍होंने अपने आखिरी वनडे और टी20 मुकाबले जुलाई 2021 में श्रीलंका के खिलाफ खेले थे। उस खराब प्रदर्शन के बाद वह टीम इंडिया से बाहर कर दिए गए थे।

‘ईश्वर की योजना’ में विश्वास

इतने सफल अभियान के बाद कोई भी बहक सकता है, लेकिन जहां तक नितीश राणा की बात है, वह ‘ईश्वर की योजना’ में विश्वास करते हैं। पूरे टूर्नामेंट के दौरान उन्होंने प्रक्रिया में विश्वास किया, केवल वेस्‍ट दिल्ली को ट्रॉफी की ओर ले जाने का प्रयास किया। जब उनसे उनके मन में चल रही बाहरी हलचल के बारे में पूछा गया तो राणा ने भारतीय टीम की जर्सी पहनने की अपनी इच्छा जाहिर की।

‘मैं भारतीय टीम में वापसी करना चाहता हूं’

नितीश राणा खिताब जीतने के बाद कहा कि वैसे तो व्यक्तिगत स्तर पर सोचने के लिए बहुत सी बातें हैं। अगर मैं इसके बारे में सोचूं तो मैं भारतीय टीम में वापसी करना चाहता हूं। लेकिन, अगर मैं सिर्फ इन्हीं बातों को सोचता रहूंगा तो मुझ पर और दबाव बढ़ेगा। फाइनल में मैंने सिर्फ नियंत्रण वाली चीजों पर फोकस किया और वो सिर्फ क्रिकेट था। मैं अपनी टीम के लिए बल्लेबाजी, गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण कर सकता था और मैंने यही किया।

प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का पुरस्कार भी जीता

राणा ने न सिर्फ प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का पुरस्कार जीता, बल्कि सेंट्रल दिल्ली किंग्स के ख़िलाफ फाइनल मुकाबले में मैन ऑफ द मैच भी रहे। पहली पारी में उन्होंने अपनी चतुराई से 1/16 (4 ओवर के बाद) के आंकड़े के साथ वापसी की। फिर से बल्ले से महज 49 गेंदों का सामना करते हुए सात छक्कों और चार चौकों की मदद से नाबाद 79 रन बनाकर खिताबी जीत सुनिश्चित की।

  

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